Sports Management वर्तमान समय में विश्व के सबसे अधिक ध्यान खींचने वाले क्षेत्रों में से एक है। दुनिया में हर साल लगातार एक से बढ़कर एक खेल आयोजन (Sports Events) होते रहते हैं जिसका पूरी दुनिया को इंतजार रहता है।
ये Sports Events एक बहुत बड़े खेल आयोजन होने के साथ साथ बहुत बड़े स्तर की व्यापारिक, पर्यटन एवं सामाजिक व सांस्कृतिक घटना भी होती है जो कि सभी स्तरों पर अपना विशेष प्रभाव छोड़ती है । Sports Events बड़े स्तर पर हो या छोटे स्तर पर, उसे सफल बनाने के लिए एक अच्छे खेल प्रबंधन (Sports Management) की आवश्यकता होती है।
प्रबंध अथवा प्रबंधन (Management) शब्द एक बहुप्रचलित शब्द है जिसे किसी भी प्रकार के कार्य एवं कार्यक्रमों को संपन्न कराने के लिए समान्य रूप से प्रयुक्त किया जाता है। प्रबंधन का सामान्य अर्थ किसी पूर्व निर्धारित कार्य को करने की व्यवस्था करना एवम् उसे सम्पादित होता है।
शारीरिक शिक्षा एवं खेल में प्रबंधन (Sports Management) का तात्पर्य खेल एवं शारीरिक शिक्षा से संबंधित कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं का पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार क्रियान्वयन एवं संचालन करना है।
इस चैप्टर में प्रबंधन (Management) की अवधारणा का सामान्य परिचय एवं खेल प्रबंधन (Sports Management) के मूलभूत बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है
खेल प्रबंधन का परिचय (Introduction To Sports Management)
1.1 खेल प्रबंधन का अर्थ, अवधारणा एवं परिभाषाएं (Meaning, Concept & Definition of Sports Management)
1.2 खेल प्रबंधन की प्रकृति एवं क्षेत्र (Nature and Scope of Sports Management)
1.3 खेल प्रबंधन के लक्ष्य एवं उद्देश्य (Aims and objectives of Sports Management)
1.4 खेल प्रबंधन के सिद्धांत (Principles of Sports Management)
1.1 खेल प्रबंधन का अर्थ, अवधारणा एवं परिभाषाएं (Meaning, Concept & Definition of Sports Management)
प्रबंधन (Management)
प्रबंध एवं प्रबंधन को आम बोलचाल में व्यवस्था करना, इंतजाम करना या बंदोबस्त करना भी कहा जाता है।
प्रबंध अथवा प्रबंधन (Management) शब्द एक बहुप्रचलित शब्द है जिसे किसी भी प्रकार के कार्य एवं कार्यक्रमों को संपन्न कराने के लिए समान्य रूप से प्रयुक्त किया जाता है। प्रबंधन का सामान्य अर्थ किसी पूर्व निर्धारित कार्य को करने की व्यवस्था करना एवम् उसे सम्पादित होता है।
किसी भी उद्यम, संगठन, व्यवसाय, कंपनी, स्कूल-कॉलेज अथवा खेल से संबंधित विभिन्न क्रियाओं एवं कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए कुशल प्रबंधन की आवश्यकता होती है, जिसमें कुशल नेतृत्व, नियोजन, निर्देशन, नियंत्रण, आयोजन, निरीक्षण, समीक्षा एवं मूल्यांकन जैसे कौशल का प्रयोग होता है।
प्रबंध अथवा प्रबंधन (Management) वह प्रक्रिया है जो हर उस संगठन के लिए आवश्यक है जिसमें अनेक लोग अकेले अथवा समूह में अलग-अलग प्रकार के कार्य करते हैं लेकिन वे सभी कार्य समन्वय के साथ समान उद्देश्य को पाने के लिए कार्य करते हैं। प्रबंधन के द्वारा उपलब्ध संसाधनों का कुशलतापूर्वक तथा यथासंभव तरीके से उपयोग करते हुए एवं लोगों के कार्यों में समन्वय स्थापित करते हुए लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित की जाती।
प्रबंधन का लक्ष्य न्यूनतम संसाधन एवं न्यूनतम लागत के साथ उद्देश्य की प्राप्ति करना होता है।
प्रबंधन की परिभाषाएं (Definitions)
प्रबंध से आशय पूर्वानुमान लगाना एवं योजना बनाना,आदेश देना, समन्वय करना तथा नियंत्रण करना है। :हेनरी फेयोल
प्रबंधन किसी निर्धारित कार्य को सर्वश्रेष्ठ तरीके से मितव्ययता पूर्वक पूर्ण करने की कला है। :एफ.डब्ल्यू.टेलर
खेल प्रबंधन (Sports Management)
1.1 खेल प्रबंधन का अर्थ, अवधारणा एवं परिभाषाएं (Meaning, Concept & Definition of Sports Management)
सामान्य शब्दों में वे समस्त शारीरिक अथवा मानसिक गतिविधियां खेल (Sports) कहलाती हैं जिनमें व्यक्ति स्वेच्छा से भाग लेता है तथा जिसका उद्देश्य मनोरंजन, शारीरिक फिटनेस व कौशल प्राप्त करना अथवा प्रतिस्पर्धा करना हो सकता है।
खेल, विश्व की सभी सभ्यताओं का एक अभिन्न अंग रहे हैं। शुरुआत में खेल मनोरंजन के साधन और खाली समय का सदुपयोग करने के लिए जाने जाते थे। परंतु सभ्यताओं के विकास के साथ खेलों का स्वरूप भी बदलता गया।
वर्तमान में सभी लोग किसी न किसी रूप में खेलों से जुड़े हुए हैं। कई लोग मनोरंजन के लिए, स्वास्थ्य लाभ के लिए या शौकिया तौर पर खेलों में भाग लेते हैं। बहुत से लोग खेलों के बारे में चर्चा करते हैं अथवा दर्शक के रूप में उसे मैदान अथवा स्टेडियम में जाकर या टीवी पर देखते हैं।
पूर्व में खेल केवल खेल के मैदानों तक ही सीमित थे जिनमें खिलाड़ियों और निर्णायकों के अलावा कुछ दर्शक होते थे और खेलों का मुख्य उद्देश्य मनोरंजन होता था। परंतु कालांतर में खेलों की वैश्विक लोकप्रियता बढ़ने के साथ खेलों का स्वरूप विस्तृत होता गया।
विश्व के सभी देशों में उनके अपने पारंपरिक स्थानीय खेल प्रचलित हैं। लेकिन अनेक अंतरराष्ट्रीय खेल भी हैं जो कि संपूर्ण विश्व में समान नियमों के साथ खेले जाते हैं जिसमें दुनिया भर के खिलाड़ी भाग लेते हैं तथा इन खेलों की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं भी आयोजित होती हैं। एथलेटिक्स, फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट, बैडमिंटन, स्विमिंग, वेटलिफ्टिंग, शूटिंग आदि विश्व प्रसिद्ध खेल हैं। इन खेलों को संचालित करने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं जो कि इन खेलों के वैश्विक नियमों को मान्यता देती है तथा इन खेलों की राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं नियमित रूप से आयोजित कराती हैं।
हमारे आसपास स्थानीय स्तर अथवा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होता रहता है। खेल प्रतियोगिताओं को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक भी आते हैं। और बहुत बड़ी संख्या में लोग लोग खेलों को टीवी पर देखते हैं तथा कई लोग रेडियो पर कमेंट्री भी सुनते हैं।
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स्थानीय स्तर पर, स्कूल, कॉलेज, तहसील, जिला अथवा राज्य स्तर पर अथवा अर्न्तविश्वविद्यालयी खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होती है।
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उच्च स्तर पर राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं जैसे एशियाई खेल (Asian Games), राष्ट्रमंडल खेल (Commonwealth Games), विश्वकप (World Cup) एवं ओलंपिक (Olympics) जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है।
अनेक लोग खेलों से व्यवसायिक रूप से जुड़ जाते हैं, अर्थात वे खेलों के माध्यम से ही अपनी आजीविका चलाते हैं। कोई भी व्यक्ति खेलों से व्यवसायिक तौर पर निम्न रूपों में जुड़ सकता है।
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खिलाड़ी के रूप में
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प्रशिक्षक के रूप में
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खेल प्रबंधक के रूप
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खेल पत्रकार व विश्लेषक के रूप में
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टीवी एवं रेडियो पर खेल कॉमेंटेटर अथवा एंकर के रूप में
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खेल उपकरण निर्माता के रूप में
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खेल सुविधाएं जैसे मैदान, ट्रैक, कोर्ट, स्टेडियम इत्यादि के निर्माण में आदि
खेलों का स्तर, खेलों में आने वाले दर्शक, खेलों का रेडियो एवं टीवी पर प्रसारण, स्टेडियमों का निर्माण, खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन, खेलों के माध्यम से विज्ञापन, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं, खेल कूटनीति तथा मनोरंजन के रूप में खेल एक बहुत बड़ी सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक गतिविधि बन गए हैं। आधुनिक युग में खेलों का आयोजन एक विशेष व्यवसाय बन गया है जिसमें उच्च स्तरीय प्रबंधन के कौशल की आवश्यकता होती है।
खेल प्रबंधन की परिभाषा (Definition)
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शारीरिक शिक्षा एवं खेल में प्रबंधन (Sports Management) का तात्पर्य खेल एवं शारीरिक शिक्षा से संबंधित कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं का पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार क्रियान्वयन एवं संचालन करना है।
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भौतिक, तकनीकी, वित्तीय एवं मानवीय संसाधनों व तत्कालिक परिस्थितियों में समन्वय स्थापित करते हुए शारीरिक शिक्षा से संबंधित कार्यक्रम, खेल प्रशिक्षण व प्रतियगिताओं के आयोजन संपन्न कराने की प्रक्रिया खेल प्रबंधन (Sports Management) कहलाती है।
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खेल प्रबंधन (Sports Management), खेलों के विकास, खेल कार्यक्रमों एवं खेल प्रतियोगिताओं के लिए प्रबंधन विज्ञान का अनुप्रयोग है, जिसमें कुशल नेतृत्व, नियोजन, निर्देशन, नियंत्रण, आयोजन, निरीक्षण, समीक्षा एवं मूल्यांकन जैसे कौशल का प्रयोग होता है।
किसी भी स्तर खेल कार्यक्रम व प्रतियोगिता आयोजन के लिए कुछ विशेष प्रबंध करने पड़ते हैं। खेल कार्यक्रम व प्रतियोगिता आयोजन के दौरान खिलाड़ियों का प्रशिक्षण, खेल उपकरणों की व्यवस्था, मैदान व ट्रैक की मार्किंग, जिम व स्टेडियम का रखरखाव, निर्णायकों की व्यवस्था, खिलाड़ियों की आवास एवं भोजन व्यवस्था, आवश्यक सामग्रियों की खरीद, दर्शकों की बैठक व्यवस्था, पुरस्कार वितरण आदि कार्य पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत सम्पन्न होते हैं परंतु कभी-कभी अपरिहार्य कारणों से कार्यक्रमों में अप्रत्याशित बदलाव करने पड़ते हैं जिनकी व्यवस्थाएं तात्कालिक रूप से व्यवस्था करनी पड़ती हैं जो कि प्रबंधकों की बुद्धि एवं विवेक पर निर्भर होता है
खेल प्रबंधन के क्षेत्र में उच्च कोटि की प्रबंधकीय कौशल (Management Skills) जैसे नेतृत्व, नियोजन, निर्देशन, नियंत्रण, आयोजन समीक्षा एवं मूल्यांकन जैसी योग्यताओं की आवश्यकता होने के कारण खेल प्रबंधन को खेल प्रशासन (Sports Administration) भी कहा जाता है तथा इस कार्य को करने वाले लोग खेल प्रशासक (Sports Administrator) कहलाते हैं।
1.2 खेल प्रबंधन की प्रकृति एवं क्षेत्र (Nature and Scope of Sports Management)
खेल प्रबंधन की प्रकृति (Nature)
खेल प्रबंधन एक सतत एवं गतिशील प्रक्रिया है जिसमें पूर्व निर्धारित उद्देश्य की पूर्ति के लिए उपलब्ध भौतिक एवं मानवीय संसाधनों का समन्वय एवं कुशलतापूर्वक उपयोग करते हुए कार्य की सफलता सुनिश्चित की जाती है। खेल प्रबंधन एक सामूहिक कार्य (team work) है जिसमें विभिन्न क्षमताओं के लोगों को उनकी क्षमताओं के अनुसार कार्य करने का दायित्व सौंपा जाता है । दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि खेल प्रबंधन दूसरों से कार्य करवाने की कला है। इस आधार पर यह निष्कर्ष निकलता है कि खेल प्रबंधन की प्रकृति उद्देश्यपूर्ण, सतत एवं गतिशील एवं सामूहिक समन्वयकारी होती है।
खेल प्रबंधन की प्रकृति के मुख्य बिंदु निम्न हैं
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खेल प्रबंधन एक उद्देश्यपूर्ण प्रक्रिया है- (Goal Oriented)
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खेल प्रबंधन सर्वव्यापी है- (Universal)
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खेल प्रबंधन एक सतत प्रक्रिया है- (Continuous Process)
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खेल प्रबंधन एक सामूहिक क्रिया है- (Team Work)
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खेल प्रबंधन एक गतिशील कार्य है- (Dynamic Features)
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खेल प्रबंधन एक भविष्योन्मुख प्रक्रिया है- (Future Oriented)
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खेल प्रबंधन विभिन्न क्षमताओं की व्यक्तियों के बीच समन्वय के साथ कार्य कराने की कला है- (Coordination)
खेल प्रबंधन के क्षेत्र (Scope of Sports Management)
खेल प्रबंधन का क्षेत्र बहुत व्यापक है। खेल प्रबंधन के क्षेत्र से तात्पर्य यह है कि खेल प्रबंधन के कौशल के प्रयोग की आवश्यकता किन-किन क्षेत्रों में पड़ती है।
विद्यालय से लेकर विश्व विद्यालय तक तथा स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय एवं ओलंपिक स्तर तक खेल कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है। हर स्तर पर खेल प्रबंधन से जुड़े हुए विभिन्न दायित्व का निर्वहन करना पड़ता है जिसके क्षेत्र बहुत ही भिन्न और व्यापक होते हैं।
खेल प्रबंधन के वे चिन्हित क्षेत्र (Scope) जिनमें विशेष प्रकार के कौशल की आवश्यकता पड़ती है, निम्नलिखित हैं :
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खेल प्रशासन (Sports Administration)
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खेल कार्यक्रम प्रबंधक (Event Manager)
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खेल प्रशिक्षण (Sports Coaching)
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खेल सपोर्ट स्टाफ (Supports Staff) (फिटनिस एवं कंडीशनिंग विशेषज्ञ, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट, मनोवैज्ञानिक आदि)
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खेल पत्रकार व विश्लेषक (Sports Journalism and Analyst)
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टीवी एवं रेडियो पर खेल प्रसारण (Broadcasting)
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टीवी एवं रेडियो पर खेल कॉमेंटेटर एवं एंकरिंग (Commentary & Anchoring)
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खेल उपकरण निर्माता के रूप में (Sports Equipments Manufacturing)
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खेल सुविधाएं जैसे मैदान, ट्रैक, कोर्ट, स्टेडियम इत्यादि का निर्माण एवं रखरखाव (Sports Facilities Creation)
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खेल विपणन (Sports Marketing)
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खेल एजेंट (Sports Agents)
खेल प्रबंधन के क्षेत्र का विस्तार देखते हुए कई विश्वविद्यालयों में खेल प्रबंधन के क्षेत्र में डिग्री और डिप्लोमा कोर्स (Degree & Diploma Courses in Sports Management) भी प्रारंभ हो चुके हैैं। जिनका अध्ययन कर विद्यार्थी खेल प्रबंधन के क्षेत्र में भी अपना कैरियर बना सकते हैं।
खेल प्रबंधन के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए निम्न योग्यताओं का होना अति आवश्यक होता है
एक अच्छे खेल प्रबंधक में निम्न गुण होना आवश्यक हैं 👇
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संगठन के लक्ष्य एवं उद्देश्य में निष्ठा
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नियोजन कौशल (planning)
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संगठनात्मक कौशल (organisational skill)
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मल्टीटास्किंग कौशल (multitasking)
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निष्पक्षता एवं ईमानदारी (integrity)
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त्वरित निर्णय लेने की क्षमता (quick decision making)
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प्रभावी संचार कौशल (communication skill)
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नेतृत्व के गुण (leadership qualities)
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अपनी टीम के सदस्यों की निष्ठा एवं कार्य क्षमता पर विश्वास होना (faith over colleagues)
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व्यावहारिक ज्ञान एवं अनुभव (practical knowledge and experience)
1.3 खेल प्रबंधन के लक्ष्य एवं उद्देश्य (Aims and objectives of Sports Management)
खेल एवं शारीरिक शिक्षा के सभी स्तरों पर प्रबंधकीय कार्य किसी निश्चित लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए योजनाबद्ध एवं चरणबद्ध तरीके से संपादित किए जाते हैं।
खेल एवं शारीरिक शिक्षा से संबंधित कार्यक्रम चाहे विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, जिला, राज्य या राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं हों अथवा एशियाई और ओलंपिक स्तर की प्रतियोगिताएं हो सभी स्तरों पर विशेष प्रकार के प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
खेल प्रबंधन का लक्ष्य किसी पूर्व निर्धारित खेल व शारीरिक शिक्षा के कार्यक्रम को उपलब्ध आर्थिक, भौतिक एवं मानवीय संसाधनों का उचित समन्वय के साथ प्रयोग करते हुए निश्चित समय सीमा के भीतर सफलता पूर्वक पूर्ण करना होता है।
खेल प्रबंधन के लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त करने हेतु कुछ उद्देश्यों को भी पूर्ण करना आवश्यक होता है।
खेल प्रबंधन के उद्देश्यों को 3 भागों में बांटा जा सकता है जाता है जो कि निम्न हैं 👇
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कार्यक्रम/प्रतियोगिता से पूर्व (Before Event) – (नियोजन Planning)
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कार्यक्रम/प्रतियोगिता के दौरान (During Event) – (कार्यान्वयन एवं निगरानी – Execution & Supervision)
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कार्यक्रम/प्रतियोगिता के उपरांत (After Event) ( मूल्यांकन – Evaluation)
खेल प्रबंधन के उद्देश्य निम्नलिखित हैं(Objectives)👇
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नेतृत्व एवं कार्य समिति का निर्धारण/गठन (Determining Leadership & Action Committee/Team)
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निर्धारित कार्यक्रम को पूर्ण करने हेतु योजना बनाना (नियोजन अथवा प्लानिंग Planning)
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आर्थिक, भौतिक एवं मानवीय संसाधनों की व्यवस्था करना (Resources Arrangement & Allocation)
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कार्य विभाजन (Distribution of Duties)
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क्रियान्वयन – कार्यक्रम के दौरान कार्यों का निर्देशन, नियंत्रण व निरीक्षण करना (Execution- Direction, Control & Supervision)
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कार्यक्रम के उपरांत कार्यों की समीक्षा एवं मूल्यांकन करना (Analysis & Evaluation)
1.4 खेल प्रबंधन के सिद्धांत (Principles of Sports Management)
खेल एवं शारीरिक शिक्षा के किसी भी स्तर के कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए खेल प्रबंधन के कुछ निश्चित सिद्धांत हैं जिंसी कार्यक्रम की सफलता को सुनिश्चित किया जा सकता है।
खेल प्रबंधन की मुख्य सिद्धांत निम्नलिखित हैं 👇
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नेतृत्व एवं कार्य समिति का निर्धारण
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नीति, नियम एवं प्रक्रियाओं का निर्धारण
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संसाधनों की व्यवस्था
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कार्य विभाजनचार एवं समन्वयन
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प्रचार एवं मार्केटिंग
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नियंत्रण एवं निरीक्षण
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समीक्षा एवं मूल्यांकन
खेल प्रबंधन का आवश्यकता/महत्व/लाभ (Need & Importance of Sports Management)
1- नियोजन किसी कार्यक्रम को संपन्न कराने के लिए आयोजकों को मानसिक, आर्थिक और भौतिक रूप से तैयार करता है
2- आयोजकों के उत्साह एवं आत्मविश्वास में वृद्धि (Confidence Building)
3- उपलब्ध समय, आर्थिक, भौतिक एवं मानवीय संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग सुनिश्चित किया जाता है
4- विभिन्न समितियों के बीच अच्छा समन्वय स्थापित करना (Coordination)
5- समस्त कार्यों एवं परिस्थितियों पर बेहतर नियंत्रण (Control)
6- गलतियों की संभावनाएं कम हो जाती हैं
7- नए विचार एवं रचनात्मकता के लिए पर्याप्त संभावना रहती है (Creativity)
8- कार्य दक्षता में वृद्धि होती है (Efficiency)
9- किसी अप्रत्याशित आपात स्थिति से निपटना तथा सुरक्षा को सुनिश्चित करना (Security)
10 – कार्यक्रम के सफलता पूर्वक सम्पन्न हो जाने से आयोजकों की ख्याति बढ़ती है (Reputation Enhancement)
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